मैक्सिको ने अंतिम 16 में कई करीबी मुकाबले गंवाए हैं। टीम 1994 में बुल्गारिया के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में हारी। टीम ने 1998 और 2006 में क्रमश: जर्मनी और अर्जेंटीना के खिलाफ बढ़त बनाने के बाद मैच गंवाया। 4 साल पहले अंतिम लम्हों में टीम ने 2 गोल खाने के साथ मैच गंवा दिया। इस दौरान आर्एन रोबेन ने विवादास्पद पेनल्टी को गोल में बदलकर नीदरलैंड्स को अंतिम 8 में जगह दिलाई।
वीडियो सहायक रैफरी (वीएआर) इस तरह की घटना को दोहराने से रोकने के लिए मौजूद है लेकिन गुआर्डेडो ने इटली के रैफरी जियानलुका रोची को चेताया है कि वह दुनिया के सबसे महंगे खिलाड़ी नेमार के झांसे में नहीं आएं। गुआर्डेडो ने कहा कि नेमार को फाउल को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने और मैदान पर बार-बार गिरने के लिए जाना जाता है। दूसरी तरफ ब्राजील की टीम ने धीमी शुरुआत के बाद लय हासिल की है और मैक्सिको के लिए उसकी चुनौती से पार पाना आसान नहीं होगा।
कोलंबियाई कोच युआन कार्लोस ओसोरिया के मार्गदर्शन में हालांकि मैक्सिको की टीम निडर खेल दिखा रही है और डरने की जगह विरोधी टीमों पर हावी होकर खेलने की कोशिश कर रही है। टीम ने अपने पहले ही मैच में विश्व चैंपियन जर्मनी को हराया, जो इस हार से नहीं उबर पाई और 80 साल में पहली बार विश्व कप के पहले दौर से बाहर हो गई। (भाषा)