रोस्तोव-ओन-डोन। उरुग्वे इस विश्व कप में एकमात्र ऐसी टीम है, जिसने अब तक कोई गोल नहीं खाया है और उसके कप्तान डिएगो गोडिन पर जिम्मेदारी रहेगी कि पुर्तगाल के खिलाफ होने वाले राउंड 16 मुकाबले में वह उसके करिश्माई स्ट्राइकर क्रिस्टियानो रोनाल्डो को रोंके।
एटलेटिको मेड्रिड के डिफेंडर गोडिन के पास रोनाल्डो का सामना करने का विशाल अनुभव है, जो विश्व कप के नॉकऑउट मुकाबले में उनके काम आएगा। एटलेटिको और रोनाल्डो की टीम रियाल मेड्रिड के बीच 27 मुकाबलों में गोडिन ने आठ जीते हैं, नौ ड्रॉ खेले हैं और 10 गंवाए हैं। दुनिया के किसी अन्य खिलाड़ी के पास रोनाल्डो का सामना करने का उतना अनुभव नहीं है, जितना गोडिन के पास है।
32 वर्षीय गोडिन उरुग्वे टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। उन्होंने 2005 में अपना पदार्पण किया था और तीन विश्व कप खेलने के साथ साथ 2011 में कोपा अमेरिका कप जीत चुके हैं। पिछले विश्व कप में गोडिन के हैडर की बदौलत उरुग्वे ने निर्णायक ग्रुप मैच में ब्राजील को 1-0 से हराया था और राउंड 16 में पहुंचा था जहां उसे कोलंबिया से हार का सामना करना पड़ा था।
उरुग्वे के कोच ऑस्कर तबरेज ने बताया कि उन्होंने उस हैडर की तस्वीर इस विश्व कप में मिस्र के खिलाफ पहले मैच में आधे समय के दौरान खिलाडियों को दिखाई थी और उन्हें प्रेरित किया था जहां उरुग्वे ने जोस गिमेनेज के हैडर से जीत हासिल की थी। उरुग्वे को यूरोपियन चैंपियन पुर्तगाल और रोनाल्डो को रोकना है तो उसमें गोडिन की बड़ी भूमिका रहेगी।