डोनाल्ड ट्रंप को महाभियोग की चुनौती पेश करने वाला साल रहा 2019

शुक्रवार, 27 दिसंबर 2019 (18:10 IST)
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए वर्ष 2019 एक ओर जहां घरेलू मामलों में महाभियोग जैसी कार्रवाई की चुनौतियां खड़ी करने वाला रहा, वहीं दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आईएस के खिलाफ अभियान में और एक नए व्यापार समझौते के रूप में उन्हें 2 बड़ी सफलताएं भी मिलीं।

दरअसल, इसी साल अमेरिकी कमांडो के एक अभियान में इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह का सरगना अबू बक्र अल बगदादी मारा गया। वहीं अमेरिका ने कनाडा और मैक्सिको के साथ एक नया व्यापार समझौता भी किया।

अफगानिस्तान में युद्ध खत्म करने की दिशा में वॉशिंगटन ने तालिबान को वार्ता के लिए आमंत्रित किया लेकिन बाद में वार्ता के समाप्त होने की घोषणा कर दी और आखिरकार इसे पुन:बहाल कर दिया।

उत्तर कोरिया के मामले में, जहां ट्रंप को एक ऐतिहासिक समझौते की मध्यस्थता करने की आशा थी, वहां के शासक किम जोंग उनके साथ एक बहुप्रतीक्षित शिखर बैठक गतिरोध के साथ खत्म हुई।

बाद में ट्रंप ने आनन-फानन में नई बैठक का इंतजाम किया लेकिन साल के अंत में उत्तर कोरिया ने रॉकटों का परीक्षण कर धमकी दी कि यदि अमेरिका ने रियायतों की पेशकश नहीं तो खास तरह का क्रिसमस का उपहार दिया जाएगा।

वहीं वेनेजुएला में ट्रंप को सफलता नहीं मिल पाई, जहां विपक्ष को अमेरिकी समर्थन के बावजूद वामपंथी नेता निकोलस मादुरो सत्ता में लौट आए।

चीन के साथ चल रहे व्यापार युद्ध में साल के अंत में तनाव कुछ कम हुआ जब एक छोटे समझौते के तहत ट्रंप ने कुछ शुल्क हटाने की घोषणा की, जिसके एवज में बीजिंग ने और अधिक अमेरिकी वस्तुएं खरीदने का संकल्प लिया, लेकिन विश्व की 2 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच तकरार अब भी कायम है।

ट्रंप द्वारा सीरिया से अमेरिकी सैनिकों को हटाने का आदेश दिए जाने की उनके रिपब्लिकन सहयोगियों ने आलोचना की। दरअसल उनकी इस घोषणा ने तुर्की के लिए कुर्द लड़ाकों पर हमले का मार्ग प्रशस्त कर दिया।

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