होली की पैरोडी : होली का त्योहार...

- देवेन्द्र
 

 
फिल्म : कहो ना प्यार है
मूल गीत : कहो ना प्यार है...
 
क्या उमंग है, क्या तरंग है
रंगों की क्या बौछार है...
होली का त्योहार है ॥
 
कुछ रंग में, कुछ भंग में
डूबा हुआ संसार है...
होली का त्योहार है ॥
 
लाज-शरम छोड़ो जी,
दिल से दिल जोड़ो जी,
फ्रेक्चर कहीं ना हो जाए,
हाथ ना यूं मरोड़ो जी ।।
 
कच्ची उमर, बहकी नजर
कुछ प्यार का भी खुमार है...
होली का त्योहार है ॥
 
खुद में ही न कैद रहो,
खुलकर रंग लगाओ जी,
डामर, गोबर से दूर रहो,
पानी न व्यर्थ बहाओ जी ।।
 
बिन पानी की, जिंदगानी की
हर एक खुशी बेकार है...
होली का त्योहार है ॥
 
हिलमिलकर हम जो रहें,
बारह महीने है होली।
रंग उड़ाना फिजूल है,
जो मन की गांठ न खोली ॥
 
आ मीत मेरे
लग जा गले,
तुझसे ये दिल, गुलजार है...
होली का त्योहार है ॥

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