- पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे
श्रीगणेश चतुर्थी की पूजा दोपहर के मुहूर्त में की जाती है क्योंकि श्रीगणेश का जन्म दोपहर में हुआ था। प्रथम पूज्य श्री गणेश जी की निर्विघ्न जीवन प्रदान करते हैं। आइए हम सब भगवान गजानन की आराधना कर सुखी, सुरक्षित और समृद्ध जीवन की कामना करें। जानें राशिनुसार कौन-सा मंत्र जपना शुभ है आपके लिए-