Gangaur Puja 2024: हिन्दु पञ्चाङ्ग के अनुसार चैत्र माह शुक पक्ष तृतीया को गणगौर के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्यत: हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश में ज्यादा प्रचलित है। गणगौर पूजा को लेकर संपूर्ण क्षेत्र में बहुत उत्साह रहता है। आओ जानते हैं कि गणगौर पर किस देवी की पूजा करते हैं और इस दिन क्या खास किया जाता है।
महत्व : माता पार्वती को गौरी और महागौरी भी कहा जाता है। कई क्षेत्रों में भगवान शिव को ईसर जी एवं देवी पार्वती को गौरा और गवरजा जी माता के रूप में पूजा जाता है। इस व्रत का पालन करने से अविवाहित कन्याओं को इच्छित वर की प्राप्ति होती है तथा विवाहिताओं के पति और संतान दीर्घायु रहते हैं। मान्यता के अनुसार गणगौर व्रत करने से सुख-सौभाग्य, समृद्धि, संतान, ऐश्वर्य में वृद्धि होती है और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है तथा जीवन में खुशहाली आती है।