स्मृति ईरानी छोटी-मोटी सेलिब्रेटी हैं- नगमा

नगमा खुद नाकाम फिल्म एक्ट्रेस हैं, मगर वे स्मृति ईरानी को सेलिब्रेटी नहीं मानतीं। नगमा बिंबो यानी महज ग्लैमर डॉल नहीं हैं। वे चतुराई से बात करती हैं और उन्हें मालूम है कि मेरठ के खास मुद्‌दे क्या हैं। उनके पास मेरठ के विकास का ब्लू प्रिंट भी है। कई सवालों के जवाब उन्होंने बहुत खुलकर दिए।
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जब उनसे पूछा गया कि मेरठ से आप किन मुद्दों पर लड़ रही हैं, तो उन्होंने कहा कि बिजली पानी सड़क तो खैर कहने की बात है ही नहीं, मेरा मुद्‌दा यह है कि केंद्र सरकार ने दिल्ली से मेरठ आठ लेन रोड मंजूर कर रखा है, पर सपा सरकार इसमें अड़ंगे डाल रही है। मेरठ में एयरपोर्ट सैंक्शन है, मगर सपा सरकार वो भी नहीं बनने दे रही कि कहीं केंद्र को श्रेय न मिल जाए।

1857 के स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी यादों को यदि सहेजा जाता तो मेरठ में टूरिज्म का विकास होता। और भी करीब दसियों बातें उन्होंने मेरठ से जुड़ी बोलीं, जिसे सुनकर कोई भी मेरठी प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता था।

एक सवाल यह हुआ कि अब तो राहुल गांधी के सामने भी भाजपा ने एक सेलिब्रेटी को उतार दिया है। इस सवाल पर उनका मुंह कड़वा हो गया। कहने लगीं आप जानिए स्मृति ईरानी कैसी सेलिब्रेटी हैं, छोटी हैं कि बड़ी हैं। राहुल गांधी का कोई मुकाबला नहीं है। स्मृति ईरानी मशहूर होने के लिए राहुल गांधी के सामने चुनाव में उतरी हैं। परिणाम तो सभी को मालूम है कि क्या होने वाला है।

पूछा गया कि चुनाव जीतने के बाद आप चली जाओगी, तो फिर मेरठ का क्या होगा। फरमाया कि मैं नौ भाषाएं जानती हूं। हर भाषा मैंने उस इलाके में रहकर सीखी है। पढ़ने के लिए पुणे से मुंबई आती थी। फिर किसी ने पूछी जलीकोठी वाली बात, जहां नग़मा और उनके साथ अन्य महिलाओं की फजीहत हुई थी। नग़मा ने फौरन इनकार कर दिया कि ऐसा कुछ हुआ ही नहीं। हां इतना कहा कि कुछ लोगों ने कोशिश जरूर की थी, पर वो कामयाब नहीं हो सके।

पूछा कि यहीं से क्यों लड़ रही हैं, तो बोलीं कि पिछले विधानसभा चुनावों में मैं कांग्रेस की स्टार प्रचारक थी। मैं जहां भी गई, वहां कांग्रेस के वोट साढ़े पांच प्रतिशत बढ़े। इसीलिए इस बार पार्टी ने मुझे...। सवाल बहुत से हुए और जवाब भी नग़मा ने सभी के बखूबी ‍दिए।

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