मुंबई। अगले महीने होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान तीसरी बार दक्षिण मुंबई सीट से फतह की उम्मीद लगाए सूचना प्रौद्योगिकी और संचार राज्यमंत्री मिलिंद देवड़ा का इस बार शिवसेना, मनसे और आप उम्मीदवारों से कड़ा मुकाबला है।
2009 में मनसे के बाला नंदगाओनकर और शिवसेना के मोहन रावले के साथ त्रिकोणीय मुकाबले में देवड़ा ने दूसरी बार सीट जीती थी। इस बार उन्हें नंदगाओनकर, शिवसेना के अरविंद सावंत और आप की मीरा सान्याल का सामना करना है।
37 वर्षीय सांसद ने भिंडी बाजार क्लस्टर विकास परियोजना की शुरुआत की और पूर्वी फ्रीवे परियोजना और 80 करोड़ रुपए की लागत वाली मरीन ड्राइव को नया रूप देने की परियोजना को गति दी।
वे लाइट हाउस पर्यटन नीति, मोबाइल टावर विकिरणों से निपटने के लिए नियमन संबंधी दिशा-निर्देश और आवासीय क्षेत्र में नियामक की स्थापना के फैसले का दावा करते हैं। पिछले चुनाव में निर्दलीय के तौर पर भाग्य आजमाने वाली बैंकर मीरा सान्याल इस बार आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार हैं।
उनका कहना है कि लोकसभा में यदि उन्हें इस निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधित्व का मौका मिलता है तो बैंकर के तौर पर उनका अनुभव काम आएगा। दक्षिण मुंबई में हाल में अरविंद केजरीवाल के रोड शो से सान्याल के अभियान को और ऊर्जा मिली।
चर्च गेट से एक उपनगरीय ट्रेन में सवार होने और इसके बाद दक्षिण मुंबई की सड़कों पर झाडू चलाओ यात्रा के साथ महाराष्ट्र में आप प्रमुख ने अपना लोकसभा अभियान शुरू किया। पिछली बार देवड़ा के खिलाफ दूसरे स्थान पर रहने वाले मनसे नेता नंदगाओनकर की नजर मराठी मानुष वोटों पर है और वे शिवसेना उम्मीदवार तथा पूर्व विधायक अरविंद सावंत की उम्मीदों पर पानी फेर सकते हैं।
1995-1999 में गृह राज्यमंत्री रहे नंदगाओनकर ने 1995 के चुनाव में छगन भुजबल (वर्तमान में राकांपा के साथ उस समय कांग्रेस से जुड़े थे) को हराया था। दक्षिण मुंबई बेहद हाई प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्र है जहां अपर्याप्त पानी आपूर्ति, पार्किंग की समस्याएं, अवैध रेहड़ी पटरीवाले, दूषित पानी की आपूर्ति, पुरानी और जीर्ण-शीर्ण इमारतों का पुनर्विकास जैसे मसले हैं। (भाषा)