क्या है विश्व मच्छर दिवस का इतिहास?
20 अगस्त, 1897 को एक ब्रिटिश डॉक्टर ने एक खोज की। सर रोनाल्ड रॉस ने यह पाया कि मादा एनोफिलिस मच्छर (female Anopheles mosquitoes) मनुष्यों के बीच मलेरिया फैलाते हैं। इतिहास में इस क्षण को मनाने के लिए, विश्व मच्छर दिवस (World Mosquito Day) की स्थापना की गई थी। हर वर्ष, WMD हमें मच्छर जनित बीमारियों से उत्पन्न खतरों और दुनिया के सबसे घातक प्राणी से निपटने के लिए चल रहे प्रयासों के बारे में जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करता है।
कितना खतरनाक हो सकता है एक मच्छर?
आज, 125 से अधिक वर्षों के बाद, मच्छर जनित बीमारियां 10 लाख से अधिक लोगों की जान लेती हैं और हर साल 700 मिलियन लोगों को संक्रमित करती हैं यानि लगभग दस लोगों में से एक।
पहले से ही 2023 में, विश्व स्तर पर 3 मिलियन से अधिक डेंगू के मामले और 1,500 से अधिक डेंगू से संबंधित मौतें हो चुकी हैं। अर्जेंटीना, पेरू और बांग्लादेश ने अपने इतिहास में डेंगू के सबसे बड़े प्रकोप का अनुभव किया है, जबकि पराग्वे में चिकनगुनिया के मामलों में तेज वृद्धि देखी गई है।