गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण में 95 सीटों के लिए सोमवार को हुए मतदान में तकरीबन 70 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा।
मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने मतदान की समाप्ति के बाद यहां कहा कि दूसरे चरण में अब तक 70 प्रतिशत मतदान होने की खबर है। पहले चरण में 70. 75 प्रतिशत मतदान हुआ था और इस तरह कुल मिलाकर 70.2 प्रतिशत मतदान हुआ है, जो अब तक का रिकॉर्ड मतदान है।
आज के मतदान के साथ मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 820 उम्मीदवारों का राजनीतिक भाग्य इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में कैद हो गया। इनमें 49 महिलाएं शामिल हैं।
दूसरे चरण के चुनाव में आज जिन सीटों के लिए मतदान हुआ, उनमें अहमदाबाद शहर की 17, मध्य गुजरात के पांच जिलों- वडोदरा, दाहोद, पंचमहल, खेड़ा और आणंद की 40 सीटें, उत्तरी गुजरात के पांच जिलों- पाटन, मेहसाणा, साबरकांठा, गांधीनगर और बनासकांठा की 32 सीटें तथा कच्छ जिले की छह सीटें शामिल हैं।
इन 95 निर्वाचन क्षेत्रों के कुल एक करोड़ 98 लाख 99 हजार 501 मतदाताओं के लिए कुल 23 हजार 318 मतदान केन्द्र बनाए गए थे, जहां सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे। मतगणना 20 दिसंबर को होगी।
मणिनगर विधानसभा सीट पर नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस ने जहां निलंबित आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट की पत्नी श्वेता भट्ट को अपना उम्मीदवार बनाया है, वहीं दिवंगत भाजपा नेता हरेन पंड्या की पत्नी जागृति पंड्या एलिसब्रिज सीट से गुजरात परिवर्तन पार्टी (जीपीपी) के टिकट पर किस्मत आजमा रही हैं।
मोदी के धुर विरोधी संजीव भट्ट ने मुख्यमंत्री पर गोधरा कांड के बाद भड़के सांप्रदायिक दंगों में शामिल रहने का आरोप लगाया था। भट्ट मोदी के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं।
हरेन पंड्या के परिवार ने मोदी पर उनकी ‘सियासी हत्या’ का आरोप लगाया है। पूर्व गृह राज्यमंत्री हरेन ने 1995 और 1998 में एलिस ब्रिज सीट से जीत हासिल की थी। साल 2002 के चुनावों में जब हरेन को भाजपा ने टिकट नहीं दिया था तो ऐसा कहा गया था कि यह मोदी के इशारे पर हुआ है।
भाजपा ने दूसरे चरण में सभी 95 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए, जबकि कांग्रेस ने 92 सीटों पर ही अपने उम्मीदवारों को टिकट दिए। पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल की जीपीपी और बसपा 84-84 सीटों पर किस्मत आजमा रही है। भाजपा से अलग होकर पटेल ने कुछ ही महीनों पहले जीपीपी का गठन किया था। दूसरे चरण में 284 निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी अपनी किस्मत आजमाई।
जिन विधानसभा क्षेत्रों में आज चुनाव हुआ उनमें अहमदाबाद शहर की 17, मध्य गुजरात के वडोदरा, दाहोद, पंचमहल, खेड़ा और आणंद जिलों की 40, उत्तर गुजरात के पाटन, मेहसाणा, साबरकांठा, गांधीनगर और बनासकांठा जिलों की 32 और कच्छ जिले की छह सीटें शामिल हैं।
मतदाताओं का शुक्रिया : मतदान करने के बाद मोदी ने कहा कि मैं सभी मतदाताओं का शुक्रिया अदा करता हूं। इस चुनाव में हमें तीसरा कार्यकाल सौंपकर गुजरात की जनता हैट्रिक बनाएगी। राज्य के लोग एक बार फिर भाजपा को सत्ता पर काबिज करेंगे, लोगों की संवेदना इसके स्पष्ट संकेत दे रही है।
गुजरात की जनता के प्रति प्रतिबद्ध : मोदी ने कहा कि यह चुनाव भारत में ऐतिहासिक होगा क्योंकि यह अच्छे प्रशासन और विकास के मुद्दे पर लड़ा जा रहा है। यह सवाल किए जाने पर कि क्या शानदार जीत की स्थिति में वे दिल्ली चले जाएंगे, इस पर मोदी ने कहा कि मैं गुजरात की छह करोड़ जनता के प्रति प्रतिबद्ध हूं। मैं उनके लिए जीता हूं और व्यक्तिगत तौर पर ऐसा मानता हूं कि मैं जो कुछ भी गुजरात में कर रहा हूं वह देश की सेवा है क्योंकि गुजरात भारत का एक अभिन्न अंग है।
सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें दिखाई दे रही थीं। मतदाताओं में बड़ी तादाद में महिलाएं और नौजवान भी थे। शहरी इलाकों और उत्तर एवं मध्य गुजरात के जिलों में भारी मतदान होने से भाजपा की संभावनाएं काफी बेहतर होने की उम्मीद है क्योंकि केशुभाई के लेउवा समुदाय के मतदाताओं की संख्या इन इलाकों में काफी कम है।
कदवा पटेल और लेउवा भाजपा के पारंपरिक मतदाता रहे हैं, लेकिन सौराष्ट्र एवं कच्छ की सीटों में लेउवा समुदाय के एक तबके के बारे में माना जा रहा है कि उसने भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ मतदान किया है। (भाषा)