मोदी ने क्यों कहा, हाफिज की रिहाई पर तालियां बजाती है कांग्रेस

भुज। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस और इसके उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर चौतरफा हमला बोलते हुए सोमवार को कहा कि उन्हें यह समझ में नहीं आता कि पाकिस्तानी जेल से आतंकवादी हाफिज सईद के छूटने पर वे किस लिए ताली बजा रहे हैं।
 
उन्होंने डोकलाम मुद्दे और सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर भी सार्वजनिक तौर पर कांग्रेस पर प्रहार किया। मोदी ने अपने गृह राज्य गुजरात में चुनाव अभियान की विधिवत शुरुआत करते हुए कच्छ के जिला मुख्यायल भुज के लालन मैदान में पहली चुनावी सभा में नोटबंदी, जीएसटी, गुजरात के प्रति कांग्रेस के कथित भेदभावपूर्ण रवैये जैसे विभिन्न मुद्दों को लेकर भी विपक्षी दल पर हमला बोला।
 
राहुल गांधी पर तीखा निशाना : गांधी की सईद की रिहाई पर हाल में प्रधानमंत्री को लक्षित कर की गई ट्‍वीट तथा डोकलाम मुद्दों के समय उनकी (गांधी की) चीनी राजदूत से मुलाकात और सर्जिकल स्ट्राइक के समय सबूत मांगने की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि अभी पाकिस्तान में वहां की अदालत के आदेश पर आतंकवादी हाफिज सईद छूट गया।
 
उन्हें यह समझ में नहीं आता कि कांग्रेस किसलिए ताली बजा रही है। पर अब समझ में आता है कि जब सेना के जवान देश की आन-बान-शान के लिए डोकलाम में शून्य से नीचे के तापमान पर लगातार 70 दिन तक चीनी सेना से आंख में आंख मिलाकर डटे थे तो आप चीनी राजदूत को गले क्यों लगा रहे थे। यह किसके लाभ के लिए था। मै सवाल पूछता हूं। मोदी ने कहा कि मुंबई में 26/11 में आतंकी हमला हुआ था और बाद में उड़ी में भी ऐसा हमला हुआ था।
 
हमारे जवानों ने घर में घुसकर मारा, मगर : सरकार-सरकार और नेता-नेता में फर्क क्या होता है, यह इस बात से स्पष्ट हो जाता है कि उरी के हमले के बाद हमारे जवानों ने आतंकियों को उनके घर में घुसकर मारा। एक प्रमुख अखबार ने इस सर्जिकल स्ट्राइक के बाद ट्रकों में भर कर शव ले जाने की बात छापी थी पर गरीबों के घर में भोजन का नाटक कर फोटो छपवाने वाले लोग इसका वीडियो या फोटो मांग रहे थे। क्या सेना वहां फिल्म बनाने गई थी। 
 
हाफिज सईद के छूटने तथा चीनी राजदूत से मिलने में मजा लेने वाले इन लोगों को कम से कम शहीद जवानों को खयाल रखते हुए चुप रहना चाहिए था। सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले फिल्म बनाने नहीं गए थे। 
 
गुजरात चुनाव में कांग्रेस की ओर से जोर शोर से उठाए जा रहे नोटबंदी के मुद्दे पर भी उन्होंने कांग्रेस पर हमला किया और कहा कि जिसने देश तबाह किया, लूट ही जिनका इतिहास है, उनकी तकलीफ नोटबंदी के एक साल बाद भी इस तरह बनी हुई है जैसे किसी परिवार का इकलौता कमाऊ बेटा गुजर गया हो। वे ऐसे रो रहे हैं जैसे उनका सब कुछ चला गया हो, मोदी ने सब कुछ गिरा दिया हो।
 
जीएसटी को लेकर कांग्रेस शासित देशों के वित्त मंत्री इसकी काउंसिल की बैठक में भीतर तो हर मुद्दे पर सहमत होते हैं पर बाहर आकर विरोध जताते हैं। सरकार इस व्यवस्था में बिना किसी अहंकार के व्यापारियों की जरूरत और सुविधा के हिसाब से बदलाव जारी रखेगी। दिल्ली की सरकार कुर्सी के लिए नहीं है।
 
उनके फेंके कीचड़ में ही खिलेगा कमल : मोदी ने कहा कि वह गुजरात चुनाव के दौरान कीचड़ उछालने वालों के आभारी हैं क्योंकि इससे कमल खिलना आसान हो गया है। गुजरात का चुनाव विकास के विश्वास और वंशवाद के बीच है। 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को गुजरात ने कभी स्वीकार नहीं किया क्योंकि इसने सरदार पटेल के जमाने से ही राज्य से वैर भाव रख इसे पीछे धकेलने का प्रयास किया था। प्रदेश इसे कभी माफ नहीं करेगा। कांग्रेस के कार्यालय से महागुजरात आंदोलन के समय गुजरात की मांग करने वालों पर गोलियों की बौछार की गई थी।
 
उन्होंने भावुक अपील करते हुए कहा कि गुजरात उनकी मां हैं तथा यह सार्वनजिक जीवन में बिना किसी दाग वाले अपने इस बेटे के प्रति इसकी धरती से अनाप शनाप झूठा आरोप लगाने की हिम्मत करने वालों को माफ नहीं करेगी। अब वक्त बदल गया है और पहले सरदार पटेल के साथ हुए अन्याय को उदारतापूर्वक सह जाने वाला गुजरात अब अपने किसी बेटे का ऐसा अपमान सहन नहीं करेगा। (एजेंसियां)
 

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