हार्दिक पटेल का जादू कितना चला और उसने भाजपा को कितना नुकसान पहुंचाया यह एक अलग चर्चा का विषय है लेकिन पाटीदारों और पटेलों की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ा। दोनों ही पार्टियों ने पाटीदारों को जमकर टिकट दिए और उन्होंने 49 सीटें जीतकर यह जता दिया है कि इस विधानसभा में उनका ही बोलबाला रहेगा। देखा जाए तो इस बार 25 फीसदी से ज्यादा पटेल विधानसभा पहुंचे हैं।
हार्दिक पटेल ने जिस भाजपा का विरोध किया उसने पटेलों को बड़ी संख्या में टिकट देकर उन्हें खुश करने का प्रयास किया। भाजपा का यह दांव कामयाब भी रहा और उसके टिकट पर 32 पटेल नेता चुनाव जीतने में सफल रहे। ये अलग बात है कि पटेलों के कारण ही भाजपा को नुकसान भी उठाना पड़ा। दूसरी ओर हार्दिक से समर्थन मिलने के बाद कांग्रेस ने भी पाटीदार नेताओं को टिकट दिया और 17 उम्मीदवार पंजे के चिह्न पर चुनाव लड़कर जीत गए।