भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के भरोसे बापू ने यह खेल अच्छी तरह खेला, लेकिन इस खेल में बापू खुद ही उलझ गए हैं। अब उनके पास न तो बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हैं और न ही खजाना है। अब गुजरात में इसी तरह की चर्चाए हैं चल रही हैं कि अब बापू क्या करेंगे? कांग्रेस की हालत खराब करने निकले खुद वाघेला की ही हालत खराब हो गई।
जन विकल्प के तहत गुजरात की 182 सीट पर अपने उम्मीदवार खड़े करके चुनाव लड़ने की बात कहने वाले बापू बुरी तरह फंस गए हैं। हालांकि बापू को वास्तविकता समझ में आ गई है, लेकिन किंग मेकर बनने का सपना अभी उनसे नहीं छूट पा रहा है।
वाघेला के पास अब एक नई रणनीति है, जिसके तहत वे अपने 15 उम्मीदवारों को ऐसी सीटों पर खड़ा करेंगे जहां भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार बहुत कम मतों से जीते हों। इसके लिए वे 15 ऐसे उम्मीदवारों की तलाश में हैं, जो अपनी बूते जीत हासिल कर सकें।