जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद महाराज की अगुवाई में देर शाम निकली पेशवाई में हाथी, घोड़ों और ऊंट पर सवार साधुओं की छटा और नागा साधुओं के करतब जनता के आकर्षण का केंद्र बने हुए थे जबकि बैंड बाजों, वाद्य यंत्रों और ढोल नगाड़ों की गूंज से वातावरण और भी मोहक हो गया था।