बर्ड फ्लू क्या है
बर्ड फ्लू यह एक ऐसा वायरस है जो एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस कि वजह से होता है। इस वायरस से खतरा पक्षियों और इंसानों दोनों को ही माना जाता है। ये वायरस एक पक्षी से दूसरे पक्षी में फैलता है। बर्ड फ्लू से संक्रमित पक्षियों के संपर्क में यदि जानवर भी आता है या फिर इंसान भी आए तो ये वायरस उनको अपनी चपेट में ले सकता है।
क्या हैं बर्ड फ्लू के लक्षण-
बर्ड फ्लू के लक्षणों की बात करें तो बर्ड फ्लू होने पर कफ, बुखार, सांस की परेशानी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, बैचेनी जैसी परेशानी हो सकती है। इसलिए सतर्कता और समझदारी के साथ आगे बढ़ना जरूरी है। किसी भी तरह की कोई परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
सावधानी जरूरी हैं-
ये वायरस सबसे तेजी से मुर्गियों में फैलता है। अगर संक्रमित पक्षी मृत हो और इसका सेवन किया जाएं तो ये इंसानों के शरीर में पहुंच सकता है और उन्हें संक्रमित कर सकता है। ये वायरस संक्रमित पक्षी के मल, लार में लगभग 10 दिनों तक जिंदा रह सकता है। ऐसे लोग जो मुर्गीपालन के कार्यो से जुड़ें है उन्हें वायरस के संपर्क में आने का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा अगर संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आते है या कच्चा या अच्छी तरह से पका हुआ चिकन, अंडा खाते है तो भी इस वायरस की चपेट में आने का खतरा बना रहता है।