शोधकर्ताओं का कहना है कि जो महिलाएं अपनी दिल की बात को कलम के जरिए पन्नों पर उतारती रहती हैं, वे ऐसा नहीं करने वाली महिलाओं की तुलना में अधिक तेजी से वजन कम कर सकती हैं। असल में यह बात केवल लिखने तक सीमित नहीं है, जब आप किसी क्रिएटिव काम में व्यस्त रहती हैं तब एक तो आपका समय बंट जाता है और आप अटरम-शटरम खाने से बच जाती हैं।
दूसरी ओर यदि आप भावनात्मक स्तर पर किसी बुरे दौर से गुजर रही हैं और अवसाद या तनाव में आप अपनी भूख पर कंट्रोल नहीं रख पातीं तो भी यह तरीका काम करता है क्योंकि दिल की बात को डायरी में लिख लेना या कुछ देर संगीत की धुन पर मनचाहे तरीके से नाच लेने से आपका दिल हल्का हो जाता है और आप ज्यादा खाने से बच जाती हैं।
इतना ही नहीं...लिखने, पढ़ने, नाचने, संगीत सुनने, पेंटिंग करने या ऐसे ही किसी क्रिएटिव काम को करने से आपकी कुछ कैलोरीज भी घटती है। वहीं अन कामों में व्यस्त रहने से आपको पॉजिटिव एनर्जी भी मिलती है जो आपके उत्साह और लगन को बनाए रखने में मदद करती है। तो इस तरह क्रिएटिव कामों में बिजी रहना फायदे का सौदा है...और कई कसरतों की तुलना में आसान भी।