Does zero sugar really have no sugar : आजकल हेल्दी डाइट को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ रही है। चीनी के सेवन को कम करने के लिए कई लोग जीरो शुगर वाले प्रोडक्ट्स का विकल्प चुनते हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या ये प्रोडक्ट्स सच में हमारी सेहत के लिए फायदेमंद हैं?
जीरो शुगर वाले प्रोडक्ट्स में आमतौर पर कृत्रिम मिठास (Artificial Sweeteners) का उपयोग किया जाता है। इनमें से एक मुख्य स्वीटनर है एस्पार्टेम (Aspartame)। आइए, विस्तार से जानते हैं कि यह क्या है और इसके स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ सकते हैं।
एस्पार्टेम (Aspartame) क्या है?
एस्पार्टेम एक कृत्रिम मिठास है, जो चीनी से लगभग 200 गुना ज्यादा मीठा होता है। यह कैलोरी कम करता है, इसलिए इसे लो-कैलोरी प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल किया जाता है। एस्पार्टेम में तीन प्रमुख घटक होते हैं: 1. फेनिलएलनिन (Phenylalanine) 2. एस्पार्टिक एसिड (Aspartic Acid) 3. मेथेनॉल (Methanol)
यह शरीर में टूटकर ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है और चीनी की तुलना में रक्त शर्करा पर कम प्रभाव डालता है।
किन चीजों में एस्पार्टेम का उपयोग होता है?
एस्पार्टेम का उपयोग कई प्रकार के खाद्य और पेय पदार्थों में किया जाता है। नीचे कुछ प्रमुख उत्पादों की सूची दी गई है: 1. सॉफ्ट ड्रिंक्स और डाइट कोला
ज्यादातर डाइट और जीरो शुगर वाली कोल्ड ड्रिंक्स में एस्पार्टेम का इस्तेमाल किया जाता है। 2. च्युइंग गम और कैंडी
लो-कैलोरी च्युइंग गम और कुछ टॉफियों में एस्पार्टेम एक आम सामग्री है। 3. डेयरी प्रोडक्ट्स
फ्लेवर्ड दही, लो-फैट आइसक्रीम और कुछ मिल्क शेक्स में भी इसका उपयोग होता है। 4. बेकरी आइटम्स
लो-शुगर कुकीज़, केक और मफिन्स में भी एस्पार्टेम का प्रयोग किया जाता है। 5. डाइट फूड और सप्लीमेंट्स
वजन घटाने वाले सप्लीमेंट्स और प्रोटीन शेक्स में भी यह स्वीटनर पाया जाता है। 6. मेडिसिन और सिरप
कुछ दवाइयों और खांसी की सिरप में एस्पार्टेम का उपयोग मिठास के लिए किया जाता है।
क्या जीरो शुगर प्रोडक्ट्स हेल्दी होते हैं? फायदे:
• कम कैलोरी: एस्पार्टेम का उपयोग करने से कैलोरी कम हो जाती है, जो वजन घटाने में मददगार हो सकता है।
• डायबिटीज में फायदेमंद: चीनी की तुलना में इसका सेवन रक्त शर्करा को कम प्रभावित करता है, जिससे डायबिटीज के मरीज इसे चुन सकते हैं।
हानियां:
• साइड इफेक्ट्स: कुछ लोगों को एस्पार्टेम से सिरदर्द, चक्कर आना और एलर्जी हो सकती है।
• फेनिलकेटोनूरिया (PKU): जिन लोगों को यह जेनेटिक डिसऑर्डर है, उन्हें एस्पार्टेम से बचना चाहिए।
• लंबे समय में प्रभाव: लंबे समय तक अधिक मात्रा में सेवन करने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं।
क्या ध्यान रखें?
मात्रा का ध्यान: कृत्रिम मिठास का सेवन सीमित मात्रा में करें।
लेबल पढ़ें: किसी भी उत्पाद का लेबल जरूर पढ़ें और यह जानें कि उसमें कौन से स्वीटनर का उपयोग किया गया है।
प्राकृतिक विकल्प: स्टेविया और शहद जैसे प्राकृतिक विकल्पों को तरजीह दें।
जीरो शुगर वाले प्रोडक्ट्स वजन और डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं, लेकिन इन्हें पूरी तरह हेल्दी नहीं कहा जा सकता। एस्पार्टेम और अन्य कृत्रिम मिठास का सेवन करते समय संतुलन बनाए रखना जरूरी है। सही जानकारी और सावधानी से ही आप बेहतर स्वास्थ्य की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
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