कमजोर आंखों से मतलब है आंखों की रोशनी का धीरे-धीरे कम होना और धुंधलापन आना। वहीं यदि हम हमारे स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं, सही आहार ग्रहण और नियमित रूप से व्यायाम करते हैं तो आंखों को स्वस्थ रखने में बहुत मदद मिलती है। फिर भी बहुत-सी ऐसी आदतें हैं, जो हमारी आंखों पर बुरा प्रभाव डालती हैं। हम अपने इस लेख में कुछ आदतों के बारे में आपको बता रहे हैं, जो हमारी आंखों पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं जिसे तुरंत रोकने की जरूरत है।
तो आइए जानें कौन-सी हैं वे आदतें?
आंखों को रगड़ना-
आंखों को रगड़ने से बचना चाहिए, क्योंकि आंखें बहुत नाजुक होती हैं। यदि आपकी आंखों में इचिंग हो रही है तो इसे रगड़ने से बचें या बार-बार हाथ लगाने से भी बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यदि आपकी आंखों में खुजली हो रही है तो इसे ठंडे पानी से धोना बेहतर होता है। इससे आपको आराम भी मिलेगा और आंखों को नुकसान भी नहीं होगा।
आईवियर नहीं पहनना-
आईवियर को नहीं पहनना यह हमारी आंखों के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है, क्योंकि ये आंखों को यूवी किरणों से बचाने में मदद करता है, जो हमारी आंखों की संवेदनशील कोशिकाओं का नुकसान पहुंचा सकते हैं। ध्यान रहे, जब भी आप घर से बाहर निकलें तो चश्मा जरूर पहनें ताकि आपकी आंखें सुरक्षित रह सकें।
आंखों का मेकअप-
आंखों का मेकअप करते समय हमें सावधान रहने की जरूरत रहती है। हमेशा ध्यान रखें कि काजल या आईलाइन आप अपनी लैश लाइन के बहुत पास न लगाएं, क्योंकि ये तेल ग्रंथियों को रोक सकता है और बैक्टीरिया पैदा कर सकता है। साथ ही इस बात पर जरूर ध्यान दें कि आपको हर 3 महीने में अपने आई मेकअप को बदलना चाहिए।
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का लगातार इस्तेमाल-
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का लंबे समय तक इस्तेमाल आपकी विजुअल क्षमताओं पर भारी पड़ सकता है। इनका ज्यादा प्रयोग आपकी आंखों की रोशनी पर बहुत बुरा प्रभाव डालता है और इसका असर हमारे जीवन पर भी काफी पड़ता है, जैसे देखने में दिक्कत के कारण ड्राइविंग का जोखिम चिंता का कारण हो सकता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए आप कुछ बदलाव कर सकते हैं, जैसे कम्प्यूटर स्क्रीन के सामने बहुत लंबे समय के लिए न बैठें और बीच-बीच में थोड़ा ब्रेक जरूर लें। आंखों को ठंडे पानी से जरूर धोएं।