क्या आप जानते हैं फायब्रॉइड के यह 5 घरेलू उपचार
फायब्रॉइड या रसौली ऐसी गांठें होती हैं जो महिलाओं के गर्भाशय में या उसके आसपास उभरती हैं। ये मांस-पेशियों और फाइब्रस उत्तकों से बनती हैं और इनका आकार कुछ भी हो सकता है। इन्हें यूटरीन मायोमास और फाइब्रोमायोमास के नाम से जाना जाता है। बहुत सी महिलाओं को पता ही नहीं होता है कि उन्हें रसौली है क्योंकि उनमें ऐसे कोई लक्षण ही नहीं होते हैं।
कभी-कभार जांच के दौरान पता चल जाता है कि वे रसौली का शिकार हैं। लगभग 40 प्रतिशत महिलाएं अपने जीवनकाल में रसौली का शिकार होती हैं। ये अक्सर 30 से 50 वर्ष के बीच की महिलाओं में अधिक देखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि मोटापा से ग्रस्त महिलाओं में अधिक होता है क्योंकि उनमें एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर अधिक होता है।