माना कि यह वक्त थोड़ा मुश्किल है। लोग लॉकडाउन के दौरान खुद को बंधा हुआ-सा महसूस कर रहे हैं। लेकिन जरा सोचिए कि इतना समय इससे पहले कभी आपको अपने परिवार के साथ मिला? यकीनन आपका जवाब न होगा, क्योंकि हर व्यक्ति अपने जीवन में सिर्फ भागता ही जा रहा था। कभी खुद को साबित करने के लिए, तो कभी खुद की जरूरतों के लिए।
लेकिन मानो कोरोना वायरस ने आकर जीवन में एक ब्रेक लगा दिया हो। आज के समय हम अपने घर में हैं, घर से काम कर रहे हैं और कहीं आना-जाना भी नहीं है। वैसे भी कभी-कभी जीवन में कुछ ऐसे अनुभव भी होते हैं, जो जीवन जीने का एक नया तरीका सिखा जाते हैं। तो बस यह वही समय है।
वैसे भी लॉकडाउन के कई सकारात्मक पक्ष भी हैं। इस वक्त ने अपनों के महत्व को समझाया, अपनों के साथ समय बिताने का मौका दिया, खुद को तलाशने का वक्त मिला, पुराने दोस्तों से वापस से वही दोस्ती करवाई, जो कहीं-न-कहीं गुम हो रही थी। पुराने किस्से याद करवाए। ऐसे कई मायनों में लॉकडाउन हमारे लिए बेहतरीन साबित भी हुआ है। तो क्यों न इस लॉकडाउन का भरपूर फायदा उठाते हुए हम अपने जीवन को अपने हिसाब से तैयार करें।
घर के बुजुर्गों के साथ समय बिताएं, उनके अनुभव से सीख लें।
घर के किसी एक ही व्यक्ति पर सारी घर के कामों की जिम्मेदारी न डालते हुए काम को बांटना सीखें।