अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु को मायोसाइटिस बीमारी, जानिए Myositis क्या होती है? क्यों होती है? क्या हैं लक्षण?
हाल ही में अभिनेत्री सामंथा रुथ प्रभु ने सोशल मीडिया पर जाहिर किया है कि वह मायोसाइटिस नामक एक ऑटोइम्यून कंडीशन की शिकार हो गई हैं। इसके बाद से ही उनके प्रशंसक अभिनेत्री के स्वस्थ होने की दुआएं कर रहे हैं साथ ही इस बीमारी के बारे में सर्च भी करने लगे हैं। दरअसल इस बीमारी में मसल्स कमजोर होने लगती हैं। आइए जानते हैं इस बीमारी के बारे में...
मायोसाइटिस क्या है? (What is Myositis)
मायोसाइटिस एक रेयर कंडीशन है जिसके कारण मसल्स कमजोर, दर्दनाक और थकी हुई हो जाती हैं।
मायोसाइटिस शब्द का अर्थ केवल मसल्स में सूजन है। जब मसल्स में सूजन होती है तब वे सूज जाती हैं और दर्द के प्रति संवेदनशील हो जाती हैं।
यह आमतौर पर इम्यून सिस्टम की समस्या के कारण होता है, जहां यह गलती से हेल्दी टिशू पर हमला कर देता है। इस दुर्लभ बीमारी का उपचार करना मुश्किल हो सकता है और इसका कारण कभी-कभी अज्ञात होता है।
मायोसाइटिस बच्चों और वयस्कों दोनों को प्रभावित कर सकता है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को इस बीमारी से प्रभावित होने की अधिक संभावना है।
मायोसाइटिस के लक्षण (Myositis Symptoms)
प्राथमिक लक्षणों में मसल्स में दर्द, थकान, निगलने में परेशानी और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण शामिल हो सकते हैं।
मसल्स में कमजोरी
दर्द या दर्दनाक मसल्स की थकान
डेली लाइफ की एक्टिविटी करने में दिक्कत
निगलने में समस्या
खड़े होने या बैठने में कठिनाई होना
दुखी या उदास महसूस करना
रैशेज
बैलेंस खोना
हाथों की त्वचा का मोटा होना
वजन कम होना
मायोसाइटिस के कारण (Myositis Causes)
चोट, दवाएं, इंफेक्शन या ऑटोइम्यून डिजीज मायोसाइटिस का कारण हो सकता है।
मसल्स की चोट का ज्यादा गंभीर रूप, जिसे रबडोमायोलिसिस कहा जाता है, मायोसाइटिस से जुड़ा है। यह एक ऐसी कंडीशन है जहां आपकी मसल्स में चोट लगने से वे जल्दी टूट जाती हैं।
ऑटोइम्यून - आमतौर पर, यदि आपको कोई इंफेक्शन हो जाता है, तो आपका इम्यून सिस्टम उस बैक्टीरिया/वायरस पर हमला करता है जो आपको बीमार कर रहा है। ऑटोइम्यून बीमारियों में आपका इम्यून सिस्टम भ्रमित हो जाता है और वह वायरस के बजाय आपके शरीर पर हमला करने लगता है।
मायोसाइटिस के मामले में, आपका इम्यून सिस्टम आपकी मसल्स पर हमला करता है। ऑटोइम्यून मायोसाइटिस के तीन मुख्य प्रकार हैं डर्माटोमायोसाइटिस, पॉलीमायोसाइटिस और इंक्लूजन बॉडी मायोसाइटिस। सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस जैसे अन्य ऑटोइम्यून रोग भी मायोसाइटिस जैसे लक्षण पैदा कर सकते हैं।
दवाएं - विभिन्न प्रकार की दवाएं मायोसाइटिस का कारण बन सकती हैं। सबसे आम दवा प्रकारों में से एक जो मायोसाइटिस का कारण बन सकता है वह स्टैटिन है। स्टैटिन ऐसी दवा है जिनका उपयोग हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने में किया जाता है। स्टैटिन थेरेपी का सबसे आम साइड इफेक्ट मसल्स में दर्द है। लेकिन स्टेटिन थेरेपी से मायोसाइटिस होने की संभावना कम है।
इंफेक्शन - मायोसाइटिस का सबसे आम संक्रामक कारण वायरल इंफेक्शन है, जैसे कॉमन कोल्ड। वायरस, जैसे कि COVID-19, को भी मायोसाइटिस का एक रेयर कारण दिखाया गया है।
मायोसाइटिस का उपचार (Treatment of Myositis)
यदि आपमें पॉलीमायोसाइटिस का डायग्नोसिस किया गया है, तो रोगी को स्टेरॉयड दिए जाते हैं। अगर उससे असर नहीं होता है तो निम्नलिखित उपचार मदद कर सकते हैं:
रेगुलर एक्सरसाइज
फिजियोथेरेपी
ऑक्यूपेशनल थेरेपी
स्पीच थेरेपी- अगर आपको बोलने और खाना निगलने में दिक्कत हो रही है।
नेशनल हेल्थ सर्विस (यूके) के अनुसार, मायोसाइटिस का कोई विशेष उपचार नहीं है, लेकिन व्यायाम और फिजियोथेरेपी से इस पर कंट्रोल किया जा सकता है।