ठंड में अस्थमा मरीजों के लिए 5 सावधानियां

ठंड का मौसम जितना सुहावना और सेहत के लिए फायदेमंद होता है, अस्थमा के मरीजों के लिए उतना ही नाजुक समय होता है। इस मौसम में सर्दी, जुकाम और जोड़ों में दर्द के साथ-साथ सांस की परेशानी का बढ़ना बहुत आम बात है। ऐसे में अस्थमा के मरीजों को इस मौसम में बेहद सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है।
 
श्वास रोग विशेषज्ञ के अनुसार सर्दियों का मौसम स्वास्थ्य के हिसाब से अच्छा माना जाता है, लेकिन कुछ खास व्याधियों जैसे अस्थमा, हृदय रोग, कैंसर से ग्रसित व्यक्तियों के लिए यह मौसम कुछ समस्याएं भी लाता है। यदि कुछ सावधानियां बरती जाएं तो इन समस्याओं से बचा जा सकता है।
 
डॉक्टरों के अनुसार सर्दियों के मौसम में अस्थमा के रोगियों को श्वांस संबंधी परेशानियां बढ़ती जाती हैं। इसके साथ कैंसर, जोड़ों के दर्द के रोगियों का दर्द भी बढ़ जाता है। इसके साथ सर्दियों में त्वचा और एलर्जी संबंधी परेशानियां भी बढ़ जाती हैं। 
 
विशेषज्ञ के अनुसार सर्दियों में श्वास नलियां सिकुड़ने लगती है और कफ भी ज्यादा बनता है। इसके साथ ठंडे माहौल के कारण धुआं और वातावरण में घुले तत्व पूरी तरह आसमान में ऊपर नहीं जा पाते जो एलर्गन का काम करते हैं। इसलिए अस्थमा की समस्या सर्दियों में ज्यादा बढ़ जाती है। 
 
1 इससे बचाव के लिए घर को धूल और धुएं से मुक्त रखें। 
2 पूरी तरह गर्म कपड़ों से खुद को ढंककर रखें। 
3 एयरकंडीशन और तेज पंखे के नीचे बिल्कुल न बैठें। 
4 अपना इन्हेलर हमेशा पास रखें और स्टेरॉयड का प्रयोग डॉक्टर की सलाह पर ही करें। 
5 अपना शरीर को जितना गर्म रख सकते हैं, रखने की कोशि‍श करें।

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