साल कहना गलत नहीं होगा। कोरोनावायरस से लगे लॉकडाउन ने लाइफस्टाइल में कई तरह के बदलाव किए उन्हीं में शुमार है ऐसे काम जिसके लिए लोगों को घर के बाहर ही जाना पड़ता था । जैसे दफ्तर, विद्यालय, कॉलेज, सरकारी कार्यालय। लाकडॉउन के वक्त हर तरह का काम व्यक्ति ने घर से ही करना शुरू कर दिया। कोरोना से पहले हमने ऐसा कभी नहीं सोचा था की स्कूल की पढ़ाई भी घर से हो सकती है, ऑफिस के काम भी घर से संपन्न हो सकते है। खैर ये जरूरी भी था सुरक्षा की दृष्टि से देखे तो कोरोना में सोशल डिस्टेंसिग का ख्याल रखना बहुत जरूरी है, ऐसे में पब्लिक प्लेस में न जरूरी भी है। वहीं वर्तमान में भी लोग घर से काम कर रहे है।
2- घर पर ही बच्चों की पढ़ाई
लॉकडाउन से पहले तक किसी ने नहीं सोचा होगा कि घर से भी ऑनलाइन पढ़ाई हो सकती हैं। जिसके रिजल्ट भी अच्छे मिले। क्लासरूम के बिना बच्चों ने ऑनलाइन पढ़ाई की जिसके परिणाम भी अच्छे है। मीटिंग एप्स की सहायता से ढेर सारे बच्चों ने अपनी पढ़ाई की। भले ही शुरूआत थोड़ी सी मुश्किल रही, लेकिन धीरे-धीरे इसकी आदत बच्चों और शिक्षक दोनों को हो गई।
3- रिश्तों की हुई बात
कोरोना काल से पहले अगर रिश्तों की बात होती थी तो ये प्रक्रिया काफी लंबी रहती थी। जैसे पहले लड़के वाले देखने आते थे फिर लड़की वाले जाते थे। जब दोनों परिवार राजी होता थे। तो लड़का लड़की एक दूसरे से मिलते थे। ऐसे में ये प्रक्रिया काफी लंबी हुआ करती थी, लेकिन कोरोना काल में कई रिश्ते वीडियो कॉल के माध्यम से ही जुड़े लोगों ने एक दूसरे से वीडियो कॉल के जरिए बात की और रिश्ते तय हो गए।