क्या देशी और विलायती अंडों में होता है कोई अंतर?

बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को सुबह के नाश्ते में अंडे खाना पसंद होता है। अंडे में मौजूद पोषक तत्व इसे एक बेहतरीन नाश्ता बनाते हैं। इसमें मौजूद स्वास्थ्यवर्धक तत्वों के बारे में तो हर सामान्य व्यक्ति जानता है लेकिन आमतौर पर लोग देशी और विलायती अंडे या कहें सफेद और भूरे अंडे में अंतर नहीं जानते।


 
लोगों के बीच यह भ्रांति है कि देशी अंडा विलायती अंडे से ज्यादा फायदेमंद होता है। हम सभी ने स्टोर्स में देशी और विलायती अंडे के बीच दामों का अंतर देखा है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इन दोनों के बीच कीमतों को लेकर क्यों इतना अंतर है? क्या दोनों के बीच कोई अंतर है?
 

अगले पेज पर जानिए आखिर क्या है इन दोनों प्रकार के अंडों में अंतर...

यह अंतर केवल मुर्गी का है
 
जी हां, इस सवाल का जवाब इतना आसान है कि आप चौंक जाएंगे। सफेद पंखों वाली मुर्गी जिसके सफेद कान हैं वह सफेद यानि विलायती अंडे देती है और लाल पंखों वाली मुर्गी जिसके लाल कान हैं वह भूरे यानि देशी अंडे देती है (हालांकि यह बात सभी ब्रीड्स पर लागू नहीं है)।
 
एक और चौंकाने वाला तथ्य है कि अगर आप इन दोनों ही अंडों में मौजूद पोषक तत्वों की तुलना करें तो पाएंगे कि दोनों के बीच केवल दिखने का अंतर है, पोषक तत्वों का नहीं।
 
फिर क्यों महंगे होते हैं देशी अंडे?
 
कई लोग सोचते हैं कि देशी अंडे इसलिए महंगे आते हैं क्योंकि वे विलायती अंडों की बजाए अधिक पोषक तत्वों वाले होते हैं। लेकिन यह भी सच नहीं है! देशी अंडों के महंगे होने की वजह यह है कि देशी अंडा देने वाली मुर्गी, सफेद अंडा देने वाली मुर्गी की तुलना में ज्यादा बड़ी होती है और उसके खाने- पीने में ज्यादा खर्च होता है। इसी वजह से देशी अंडे ज्यादा महंगे होते हैं।
 
रंगों के अलावा दोनों अंडों के बीच उनके बाहरी आवरण या शेल में भी कोई अंतर नहीं होता। साथ ही दोनों ही अंडों में मौजूद पीले भागों में भी कोई अंतर नहीं होता। इन दोनों अंतरों की वजह दूसरी हैं।
 
तो अब देशी अंडों पर पैसे बरबाद करना बंद कीजिए और सस्ते विलायती अंडों का मजा लीजिए।

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