Shefali Jariwala Death: एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला की 42 साल की उम्र में कार्डियाक अरेस्ट से मृत्यु हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स में पुलिस सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि अभिनेत्री कथित तौर पर एंटी-एजिंग उपचार ले रही थीं, जिसमें ग्लूटाथियोन और विटामिन सी का इस्तेमाल भी शामिल था। सूत्रों की मानें तो, जरीवाला ने शुक्रवार रात को अपनी गोलियां ली थीं। दोपहर में, उन्होंने एंटी-एजिंग दवा का एक इंजेक्शन लिया था। इसके बाद रक्तचाप काफी कम हो गया और उन्हें ठंड लगने लगी, जिससे उनके परिवार के सदस्यों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सवाल ये है कि ग्लूटाथियोन क्या होता है और इसका उपयोग क्या है :
क्या है ग्लूटाथियोन?
ग्लूटाथियोन एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट है जो हमारे शरीर में स्वाभाविक रूप से बनता है। यह तीन अमीनो एसिड - सिस्टीन, ग्लूटामेट और ग्लाइसिन - से मिलकर बना होता है। यह शरीर में कोशिकाओं को नुकसान से बचाने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और डिटॉक्सीफिकेशन (शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह लीवर के कार्य के लिए भी बेहद आवश्यक है।
क्यों है ये इतना चर्चित?
हाल के वर्षों में, ग्लूटाथियोन को "एंटी-एजिंग" (Anti-aging) और "त्वचा गोरा करने" (Skin whitening) वाले उपचारों में एक चमत्कारी घटक के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। माना जाता है कि यह शरीर में मेलेनिन के उत्पादन को कम करता है, जिससे त्वचा का रंग हल्का हो सकता है। इसी वजह से कई लोग, खासकर सेलिब्रिटीज, इंजेक्शन या सप्लीमेंट्स के रूप में इसका सेवन कर रहे हैं। विटामिन सी (Vitamin C) के साथ इसका संयोजन भी खूब प्रचलन में है, क्योंकि विटामिन सी को ग्लूटाथियोन के प्रभाव को बढ़ाने वाला माना जाता है।
'जवान बने रहने की दवा' कैसे बन जाती है जानलेवा?
यह सच है कि ग्लूटाथियोन शरीर के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन इसका अत्यधिक या गलत तरीके से इस्तेमाल गंभीर स्वास्थ्य जोखिम (Health risks) पैदा कर सकता है। जब इसे सीधे इंजेक्शन के माध्यम से या अत्यधिक मात्रा में लिया जाता है, तो इसके गंभीर साइड इफेक्ट्स (Side effects) हो सकते हैं। 1. रक्तचाप में अचानक गिरावट (Sudden Drop in Blood Pressure): ग्लूटाथियोन के इंजेक्शन से रक्तचाप में खतरनाक गिरावट आ सकती है, जिससे चक्कर आना, बेहोशी और यहां तक कि सदमा भी लग सकता है। 2. एलर्जिक रिएक्शन्स (Allergic Reactions): कुछ व्यक्तियों को ग्लूटाथियोन से गंभीर एलर्जी हो सकती है, जिसके लक्षणों में पित्ती, सूजन, सांस लेने में कठिनाई और एनाफिलेक्सिस शामिल हैं। 3. किडनी और लीवर को नुकसान (Kidney and Liver Damage): अत्यधिक मात्रा में ग्लूटाथियोन के सेवन से किडनी और लीवर पर अतिरिक्त भार पड़ सकता है, जिससे इन अंगों को गंभीर नुकसान हो सकता है। 4. संक्रमण का खतरा (Risk of Infection): गैर-चिकित्सा पेशेवरों द्वारा दिए गए इंजेक्शन से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, खासकर अगर उपकरण निष्फल न हों।
ये सच है कि पिछले कुछ दशकों में भारतीय पश्चिम ट्रेंड को तेजी से फॉलो कर रहे हैं। बीते समय में लोगों का अपनी ब्यूटी और एज को लेकर कंसंर्न बढ़ा है। ये भी सच है कि लोगों में तेजी से एंटी एजिंग, ब्यूटी, वेट लॉस, जिम आदि को लेकर काफी रुझान जागा है और इसके लिए दवाईयों का प्रचलन भी बढ़ा है। कहीं ना कहीं इन सभी चीजों का प्रभाव देखने को मिल रहा है। वेस्टर्न में इसको लेकर काफी रिसर्च है लेकिन भारतीयों पर इसको लेकर शोध ना के बराबर हैं।
अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।