क्या है ये सुपरफूड? जानिए इसकी जरूरी बातें

सुपरफूड...एक ऐसा शब्द है, जो खाद्य पदार्थों के लिए, उनके खास फायदों और गुणवत्ता के आधार पर प्रयोग किया जाता है। लेकिन फिर भी इस शब्द को आसानी से ऐसे समझा जा सकता है कि - अगर आपकी डाइट, आपके लिए कैलोरी से हटकर, पोषण प्राप्त करने का जरिया है, तो बेशक इसमें सुपरफूड शामिल है।

अगर आप सोचते हैं कि आपको पोषक तत्व भी मिल जाएं और वजन भी न बढ़े, तो यह काम आपके लिए सिर्फ सुपरफूड कर सकते हैं। वहीं अगर आप सिर्फ वजन कम करने का सोचें लेकिन पोषण पर आपका ध्यान नहीं है, तो ऐसे में आप कुछ वजन कम करेंगे, तो बाद में बेशक उससे ज्यादा बढ़ा लेंगे। तो कुल मिलाकर सुपरफूड आपको सेहत और पोषण संबंधी फायदों के साथ, स्वत: ही वजन कम कर, एक अतिरिक्त तोहफा भी देते हैं, बस आपको इनके बारे में जानकारी होनी चाहिए।
 
सामान्यत: हम भले ही अच्छी डाइट लेते हैं, लकिन फिर भी वह अपर्याप्त होती है। सुपरफूड इस कमी को पूरा करते हैं। हम फूड की अपनी विशेषता और फायदे होते हैं, लेकि कुछ सुपरफूड ऐसे होते हैं, जिनमें हमें दोनों एक साथ मिल जाते हैं। यह एक तरह से पोषण से भरे हेल्थ सप्लीमेंट की तरह होते हैं। 
 
सुपरफूड हमें विटामिन, मिनरल एवं अन्य पोषक तत्वों के साथ ही एंटीऑसीडेंट और फ्लेवेनॉइड जैसे अतिरिक्त पोषण से भरे तत्वों का पैकेज देते हैं, इसलिए ही शायद इन्हें सुपर फूड कहा जाता है। ये फाइटोकेमिकल से भरपूर होते हैं, जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर बीमारियों से आपकी रक्षा करते हैं और अतिरिक्त जीवन देते हैं।
 
कुछ सुपरफूड हमारे मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाकर अन्य समस्याओं को कम करते हैं। उदाहरण के तौर पर ओट्स में बीटा ग्लूकेन्स पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए प्रमाणित है, वहीं लहसुन एलिसिन से भरपूर है, जो प्रतिरोधकता बढ़ाता है। अनार की बात करें, तो यह एलेजिटेनिन्स यानि एलेजिक एसिड से भरपूर होने से कैंसर रोधी, सालमन मछली में ओमेगा 3 और अखरोट में विटामिन ई टोकोफेरल के रूप में पाया जाता है, जो हृदय के लिए सुरक्षा कवच है।एक शोध के अनुसार मेपल सीरप में फाइटोहार्मोन्स की मात्रा डायबिटीज से बचाती है।
 
लेकिन इन सुपरफूड से ज्यादा से ज्यादा फायदा पाने के लिए भी कुछ नियम हैं, जिनका पालन कर इनका उपयोग किया जाए, तो बेहतरीन परिणाम मिल सकते हैं। जानिए यह 4 नियम - 


1 पहला तो यह, कि आप दिन में एक सुपरफूड ग्रहण करके एक खराब डाइट की पूर्ति नहीं कर सकते। जैसे पिज्जा खाने के बाद सब्जा लेमोनेड या अन्य पोषक डाइट...बिल्कुल नहीं।
 
2 इस तरह से काम नहीं चलेगा, आपको इन सुपरफूड को दिल से अपनाना होगा, और बिना पोषण युक्त खाद्य पदार्थों की जगह इन्हें स्थान देना होगा।एक या दो सुपरफूड पर फोकर करके, अन्य को अनदेखा करना भी बिल्कुल सही नहीं है। कोई एक सुपरफूड हर किसी को सब कुछ नहीं दे सकता। आपको इनमें वैरायटी रखन होगी, ताकि अलग-अलग पोषण लाभ ग्रहण किए जा सकें। 
 
3 यह जरूरी नहीं कि महंगे, आकर्षक और विदेशी सुपरफूड हमेशा बेहतर हों।  उनकी अपेक्षा कुछ घरेलू और देशी सब्जी एवं अन्य खाद्य पदार्थ भी आपको पोषण में बराबरी दे सकते हैं। जैसे चिया सीड की जगह सब्जा या फिर काले की जगह पालक आदि।
 
जैसे 100 ग्राम शकरकंद आपको 8.5 ग्राम बीटा कैरोटीन दे सकते हैं, जो अन्य से बेहतर है। इसी तरह ब्लूबेरी भले ही पॉलीफेनल व कैंसर रोधी तत्वों से भरपूर है, लेकिन इसके विकल्प के तौर पर आपको अन्य सस्ती चीजें भी उतने ही पोषण के साथ मिल सकती हैं जैसे - जामुन, फालसे, आमला आदि।  
 
4 इन्हें कमबाईन कर, यानि एक साथ दो या तीन सुपरफूड का इस्तेमाल कर आप कई गुना अधिक सेहत लाभ ले सकते हैं। उदाहरण के लिए सत्तू को नारियल पानी के साथ घोला जाए तो आप इसके फायदों को कई गुना बढ़ा सकते हैं।   
 
या फिर शकरकंद को ग्रि‍ल्ड सालमन मछली के साथ मिक्स कर एक बढ़िया कांबिनेशन बन सकता है। जिस रूप में आप सुपरफूड को डाइट में ले रहे हैं, उसके प्रति जागरूक रहना बेहद जरूरी है। 

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