पश्चिमी देशों में ई-कॉमर्स (नेट पर होने वाले व्यापारिक लेन-देन) ने 1995 के आसपास आकार लेना शुरू कर दिया था लेकिन हिन्दी में यह लंबे समय तक एक स्वप्न ही रहा।
इस दिशा में कई प्रयोग हुए जिनमें से पहला प्रयोग वेबदुनिया डॉट कॉम ने किया जिसने अपने हिन्दी पोर्टल के ई–कॉमर्स से लोगों के अनुरोध पर रिश्ते, अनुभूति और स्नेह के नाजुक धागे, राखी, के साथ मिठाई भेजी। अप्रवासी भारतीयों ने इस सेवा को खूब प्यार दिया।
सशुल्क सेवा के रूप में यह पहला प्रयोग था जिसने आज के हजारों करोड़ के ई–कॉमर्स कारोबार की नींव रखी।