डॉ. नंदिता प्रधान"
यानी, स्कूल के दिनों का हमारी क्लास की हीरोइन। गोरी-चिट्टी, ऊंची-लंबी, घुंघराले बालों वाली खूबसूरत लड़की।
मेरे दिल की धड़कन बढ़ गई।
मेरा नंबर आने पर मैंने धड़कते दिल से, 'नंदू' के चेम्बर में प्रवेश किया।
लेकिन उसने मुझे पहचाना नहीं।
मेरी दांत की जांच हो जाने के बाद...
मैंने ही उससे पूछा : "तुम आनंद महाविद्यालय, हजारीबाग में पढ़ती थी ना ?"