मुसीबत यह थी कि सारे चुटकुले उन्हें सरदारों पर ही आते थे और भाटिया जी खुद सरदार, अब क्या करे? कहीं थप्पड़ ना पड़ जाए। उन्होंने रोकने की, सहने की खूब कोशिश की पर सहनशक्ति से बाहर हो गया।
गुप्ता जी : तो वीर जी एक था मारवाड़ी ..
भाटिया जी ने गुप्ता जी को एक ज़ोरदार थप्पड़ जमाया और बोले : नालायक ! दुनिया के सारे सरदार मर गए क्या जो मारवाड़ी पर चुटकुला सुना रहा है।