एक दिन अनूप जलोटा ने रिकॉर्डिंग के लिए स्टूडियो जाने के लिए टैक्सी ली।
वहां पहुंचने के बाद, अनूप जलोटा ने ड्राइवर से कहा...45 मिनट तक रुक जाओ, मैं अभी आता हूं...लेकिन ड्राइवर ने असमर्थता प्रकट करते हुए कहा, कि सर मैं रुकने में असमर्थ हूं, क्योंकि मुझे घर जा के रेडियो पर अनूप जलोटा का भजन सुनना है। अनूप जलोटा मुस्कुराए और उन्होंने अपनी पहचान बिना बताए, टैक्सी ड्राइवर को 100 की जगह 500 का नोट थमा दिया......
ड्राइवर ने विनम्रता से 500 का नोट हाथ में लिया और बोला- सर, मैं आपका यहीं इंतज़ार करूंगा,भाड़ में जाए अनूप जलोटा...