काल्पनिक नहीं, सत्य घटना है ये...
बात कुछ यूं है कि जिस पार्क में मैं सुबह टहलने जाता हूं,
उसी पार्क में महिलाओं का एक ग्रुप भी आता है,
जो एक आध चक्कर टहल कर इकट्ठे बैठ जाती थी और जोर जोर से खिलखिलाते हुए बहुत बातें करती थीं और जोर जोर से हंसती थीं।
तो मैं उन लोगों के पास गया और एक महिला से पूछा, "आज आप सभी इतनी चुप क्यों हैं?
महिला ने उत्तर दिया,"आज सब आई हैं"