माँ :-हमाई फूल सी मोडी! ..जे कौन से लीचड से ब्याह दई हमने!!..
बहनें :-जीजा तो हेई कमीना! ..हमने तो पहले ही कई ती!!
बाप:-तू घरे आ जा बेटी!..वो लिआबे आ हे सो मार-मार के आडो कर दें हें!
भतीजा:-तुम चिंता नई करियो बुआ। हें पे फूफा को अजाने दे, दो चार डंडे पिछवाड़े पे हम भी लगा देहैं।
सहेलियां-:जे ई तो ,बियाहे के बखत तो तुमने हमाई एक न सुनी..जे तो हमे भी खूब छेड़े था।
भाभी:-जे तो चलतों रहे जिज्जी , तुमाए भय्या कोन से कम हैं...