एक बार भाटिया जी गाड़ी में अपने
जिगरी मित्रों के साथ पिकनिक पर जा रहे थे।
गाड़ी का स्टेयरिंग भाटिया जी के हाथ में था।
बचाते हुए बड़ी सफाई से गाड़ी चला रहे थे।
आखिर मित्रों ने हैरान होकर पूछा---
अरे यार, सामने के कांच से हमें तो कुछ भी साफ़ नजर नहीं आ रहा। फिर भी तुम गाड़ी इतनी परफेक्टली कैसे चला रहे हो ?
मित्र : अबे, हम ड्राइविंग के बारे में पूछ रहे हैं, चश्मों के बारे में नहीं ...
भाटिया - सालों, वही तो बता रहा हूं कि