बहादुर सिंह चार वर्ष से एक सर्कस में शेरों को ट्रेनिंग दे रहे थे-
एक दिन सुबह नाश्ता करते समय किसी बात पर पत्नी से बहस हो गई-
उन्होंने फैसला किया:..."आज रात घर नहीं जाऊंगा-"
इसलिए वो शेर के साथ पिंजरे में ही लेट गए और कम्बल तान के सो गए-
पत्नी की परेशानी चरम पर पहुंच गई-
उसने कार निकाली और खुद ड्राइव करके सर्कस जा पहुंचीं- देखा बहादुर सिंह शेर के पिंजरे में खर्राटे ले रहे हैं-