यह है आज का सबसे लाजवाब Joke : मेरा इंतजार करती थी

ग से गोरी न थी,
लेकिन सुन्दर थी।
 
बहुत ऊंची न थी।
लेकिन मेरे लिए योग्य थी।
 
प्रेम देने वाली न सही,
मेरे कदमों से कदम मिलाती थी।
 
मंदिर-मस्जिद के अंदर आने से इंकार करती थी,
लेकिन बाहर मेरा इंतजार करती थी।
 
कहीं भी जाओ मेरे लिए रुक जाती थी,
वो जैसी भी थी, मेरी चप्पल थी।
 
पता नहीं कौन उठाकर ले गया साला।

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