साम का पोग्राम जमाना हो तो अबी से बोल देना पेलवान,, राकेस को मउ कैंटिन से दो बाटल का के दूं ?
केलेक्टर चले?मस्त सुटर - जरकिन आये हेंगे, अरे चलो तो सरी, नी जमा तो तिब्बती छोरीओन को ई देख आयेंगे...
ये सिगड़ी चेत नी री, घासलेट कां रख्खा है, गच्ची पे से गिट्टी कने सुखी लकड़ी ओन होएगी, ला तो... भार से चोकीदार को बुला ले, हात ताप लेगा बापड़ा।
भिया, इस बार तो रिकाड टूटेगा क्या... केरिया हु मे..तो भिया केने का ये मतलब पड़ रीया है कि ठंड का रिकार्ड टूटे,नि टूटे...नि पता, पर इंदौरी नी टूटता...बारिस, गर्मी और अब ये अंड संड ठंड ...इंदौरी तो सब मे खुस रेता...
किसी को कुछ नि केता... चुपचाप सबकुछ सेता... चलो, अब मै निकलूं, नेता...