यह कैसी वसीयत? बहुत शरारती है यह चुटकुला...पढ़कर मुस्कुरा देंगे

एक बार छगन चौकीदार, वकील के पास गए और बोले - वकील साहब... मेरी वसीयत लिख दो, मैं मरने के बाद अपना सबकुछ यतीमखाने को दान करना चाहता हूं। 
 
वकील साहब - क्या-क्या है तुम्हारे पास? 
 
छगन चौकीदार- बस.. एक बेटा और एक बेटी। 

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