बेटा अपने पिता वर्मा जी से पूछ रहा था कि आपने यह बेशुमार दौलत कैसे कमाई?
वर्मा जी ने कहा : शादी के बाद शुरू-शुरू के दिनों की बात थी। मेरे पास सिर्फ 50 रु. थे। मैंने उन रुपयों से कुछ सेब खरीदे और बेच दिए। अगले दिन मैंने दोबारा वही किया और ऐसा कई दिनों तक चलता रहा। काफी मेहनत की।