बाबूजी धीरे चलना, प्याज से जरा संभलना : प्याज के नगमे लोटपोट कर देंगे
*एक प्याज का नगमा है, भावों की रवानी है।
सलाद और कुछ भी नहीं, बस ककड़ी पुरानी है...।
*प्याज बिना चैन कहां रे, सोना नहीं, चांदी नहीं, प्याज तो मिला... अरे प्याज हेड़ दे...।
*हम तेरे प्याज में सारा आलम खो बैठे हैं,
तुम केते हो कि ऐसे प्याज को भूल जाओ...।
*प्याज मांगा है तुम्हीं से, ना इंकार करो...।
*प्याज दीवाना होता है, मस्ताना होता है...।
*प्याज हमें किस मोड़ पर ले आया
*प्याज कभी कम नहीं करना, कोई सितम कर लेना...।
*तू प्याज है किसी और का, तुझे चाहता कोई और है...।
*सुन साहिबा सुन, प्याज की धुन...।
*जीभ का भंवर करे पुकार, प्याज का राग सुनो
*क्या यही प्याज है, हां यही प्याज है...।
*जिंदगी प्याज का गीत है, इसे हर जन को गाना पड़ेगा
*तेरा मेरा प्याज अमर, फिर क्यों भाव से लगता है डर...।
* हम लाख छुपाए प्याज, मगर दुनिया को पता चल जाएगा...।
*पहले प्याज का पहला गम, पहली बार है आंखें नम...।
* बाबूजी धीरे चलना, प्याज से जरा संभलना...।
*हम तुम्हें इतना प्याज देंगे
कि लोग हमें याद करेंगे...।
* दिन, महीने, साल गुजरते जाएंगे, हम प्याज में जीते प्याज में मरते जाएंगे...।
* हर किसी को नहीं मिलता यहां प्याज जिंदगी में