एक मारवाड़ी मोटरसाइकिल से जा रहा था. उसकी मोटरसाइकिल एक आदमी के कुछ ज्यादा ही पास से गुजरी और उसकी धोती थोड़ी फट गई, तो उसने मारवाड़ी का हाथ पकड़ लिया और बोला जाता कहां है मेरी धोती फाड़ के... धोती के पैसे दे.
मारवाड़ी बोला कितने की है...
तो उस आदमी ने जवाब दिया सत्तर रुपए की,
मारवाड़ी ने चुपचाप जेब से सत्तर रुपए निकाले और उस आदमी को दे दिए,
तब तक वहां पर काफी भीड़ इकट्ठी हो चुकी थी, सभी बोले कि जब उसने धोती के पैसे दे दिए तो धोती हो गई उसकी,दे भाई धोती....
उस आदमी ने कहा धोती दे दूंगा तो भरे बाजार नंगा घर कैसे जाऊंगा?
मारवाड़ी बोला भाई इससे मुझे क्या मतलब... धोती अब मेरी है तू तो धोती दे....