एक कर्नल साहब कुएं में गिर गए!!
सिपाही कुंए में रस्सा फेंकते, जैसे ही कर्नल साहब ऊपर आते, सिपाही रस्सी छोड़ कर कर्नल साहिब को सलूट करते, तो कर्नल कुएं में गिर जाते।
एक अनुभवी सैनिक ने सलाह दी कि एक ब्रिगडियर साहब को तकलीफ देते हैं ताकि उन्हें सलूट ना करना पड़े। एक ब्रिगडियर को बुलाया गया। ब्रिगडियर साहब ने रस्सी फेंकी। कर्नल साहब ने रस्सी पकड़ी और ब्रिगडियर साहब खींचने लगे। कर्नल साहब जैसे ही किनारे पर पहुंचे, उनकी नज़र ब्रिगडियर साहब पर पड़ी, कर्नल साहब ने रस्सा छोडकर ब्रिगडियर साहब को सलाम किया और फिर कुएं में गिर गए। यह बार बार हुआ।
आख़िरकार कर्नल साहब की आवाज़ कुएं से आई।
"'कमबख्तों, एक batch mate को बुलाओ यार''