'रंग-वसंत' : कला की विभिन्न विधाओं से की सरस्वती आराधना

इंदौर में 'रंग-वसंत' के रूप में कलाकारों ने रविवार 14 फरवरी 2016 को कला के विविध रंगों और रूपाकारों के माध्यम से खूबसूरत अभिव्यक्ति दी। कलाकारों ने मां सरस्वती की आराधना अपने कला-कौशल से की। मां सरस्वती को स्मरण करने का यह अनोखा प्रयास किया संस्था आर्ट एन हार्ट के कलाकारों ने। कलाकारों के अपनी अलग-अलग विधाओं के माध्यम से मां सरस्वती के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट की। इंदौर स्थित राजबाड़ा में मां अहिल्या की प्रतिमा के समक्ष जाने-माने और नवोदित कलाकार चंद्रशेखर शर्मा, संध्या सालुंके, मंशा प्रदीप, सोनल तिवारी, समीर दुबे, कौशल साहू, कैलाश चंद्र शर्मा, अमिता पांचाल, रोशनी शर्मा, प्रदीप कनिक, समीधा पालीवाल, ललित ओसले, पृथ्वी पंवार, अनु चारी, नीलेश यादव,स्वाति शर्मा, भारती मठोलिया, यश बांठिया, सुरेश मालवीय, अनुज कुमार, मनीषा अग्रवाल, मिहिर यादव, गणेश करांगड़े चित्रांकन तथा मूर्तिकारों में अजय पुन्यासी, एलएन मयूर व कौशल साहू ने मूर्तियां रचीं।  
संस्था आर्ट एन हार्ट की इस अनूठी प्रस्तुति में रंगकर्मियों के ग्रुप रंग-दिशा के 25 साथी जानेमाने रंगकर्मी शरद शबल के साथ एक्सपिरीमेंटल गार्डन थियेटर पेश किया। इस प्रयोग में मुख्य रूप से रंगकर्मी शिवांगी शर्मा, मेघना अग्रवाल, रजत प्रधान, कनक  अवस्थी, आशुतोष जैन, मोहिनी यादव, मुकद्दस खान, नेहा लिंबोदिया, अमन तोमर, सौरभ जैन, शिखर अहिरवार, समीक्षा जैन, शैशव भटनागर, मनीष दुबे, शुभम सैनी, राजेश केवट, गौरव यादव, राम बैरागी, अंकुर श्रीवास्तव, योगेश नंदवाल, अंकित सोनी, अनुज जैन, तथा ऊर्वशी पारखे ने हिस्सा लिया। 
 
मनोज राठौर ने संगीत विधा में गिटार पर अपना हुनर पेश किया और माऊथ ऑरगन पर वैरो न सोलंकी ने प्रेम का मधुर संदेश दिया। 
 
इस प्रकार चित्रकला, मूर्तिकला, संगीत और नाट्यकला का रोचक और सुंदर संयोजन-संगम देखने को मिला। 

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