उल्लेखनीय है कि देश भर की तमाम पत्र-पत्रिकाओं में हजारों की तादाद में संदीप के रेखांकनों ने प्रकाशित होकर न सिर्फ अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है, वरन सैकडों पुस्तकों पर प्रकाशित उनकी कलाकृतियां पाठकों और कला रसिकों को अपनी अभिनव कलादृष्टि से सराबोर कर रही है।