×
SEARCH
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
चैंपियंस ट्रॉफी
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
महाशिवरात्रि
महाकुंभ
कुंभ यात्रा गाइड
कुंभ मेला न्यूज
कुंभ मेला इतिहास
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
पर्यटन
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
सनातन धर्म
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
इंदौर
ज्योतिष 2025
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
धर्म संग्रह
श्रीरामचरितमानस
मध्यप्रदेश
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
चैंपियंस ट्रॉफी
समाचार
महाशिवरात्रि
महाकुंभ
बॉलीवुड
धर्म-संसार
लाइफ स्टाइल
क्रिकेट
इंदौर
ज्योतिष 2025
ज्योतिष
धर्म संग्रह
श्रीरामचरितमानस
मध्यप्रदेश
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
lockdown poem : हे ईश्वर! तुझे ही तो सब कुछ फिर से चमकाना है सूरज सा.
डॉ. पूर्णिमा भारद्वाज
|| हे ईश्वर ||
कितना पकड़ेगा वह
शेष छुटी हुई
इस गुनगुनी साँझ को
कि जब लौटता था
खेतों से ,
तो धूल का
पूरा का पूरा गुबार
खेत की मेड़
मुड़ते ही
मुँह और आंखों में
किरकिरा जाता था
पर हिस्सा था वो
जीने के ढंग का
मेहनत के रंग का
अब,
घर की चौखट के
भीतर
वह कैसे खिंच कर लाये
खेतों की मेड़
और बैलों के
गले की
बजती घंटियाँ
धूल का गुबार
सांझ की चमक
घर लौटने की गमक
क्या कुछ नहीं
छूट रहा
इन दिनों
मुट्ठी भर उजास
पकड़ते-पकड़ते
कई टोकरी धूप
ढूलक कर
गिर चुकी है
उसके हाथों
आंखों की पलकें
चमका कर
देखता है वह
दूर
बरौनियों के बीच से
चिलकती धूप में
चमकती गेहूँ की बाली
धूप की तेज़ चमक में
सोने सी
जगमग हो रही
पारसाल से
बोल रही सरसुती
आज पैरों को
दिखाकर बोली
गिलट की पाजेब
अब न पहनूंगी
पता नहीं,
अगवाड़े, खूंटे से
बंधे बैलों की
बिना आवाज वाली घंटी
याद न आई उसे
आँगन -औसारे,
दिवाल से सटा
तुलसी का बिरवा
चाहे कित्ता भी
डालो पानी ,
इन दिनों
हरा नहीं होता
सामने,
घीसू के टिन पर
पड़ती ,चटकती धूप
ठीक उसकी
आँखों को चौंधियाती
परावर्तन का
पूरा विज्ञान
बताती है....
जीवन
किस्मत
इच्छाएँ
सपने
आस
विश्वास
हे ईश्वर!
तुझे ही तो
सब कुछ
फिर से
चमकाना है
सूरज सा....
- डॉ. पूर्णिमा भारद्वाज
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
सम्बंधित जानकारी
खुशियाँ फिर लौटेंगी एक दिन : lock down पर यह कविता दिल जीत लेगी आपका
अंबेडकर जयंती पर कविता : शत-शत तुम्हें प्रणाम
बाबासाहेब अंबेडकर पर कविता : मैं नतमस्तक हो बाबा, श्रद्धा के फूल चढ़ाऊं
lockdown poem : संभाल कर रखिए जनाब ये फ़ुरसत के लम्हें
Summer Poem : गर्मी का गोला
जरुर पढ़ें
हड्डियों की मजबूती से लेकर ब्लड शुगर कंट्रोल में बहुत फायदेमंद है व्रत में खाई जाने वाली ये चीज, फायदे जानकर रह जाएंगे दंग
केमिकल फ्री स्किन चाहते हैं तो इस नैचुरल फेस मास्क को आजमाएं, भूल जाएंगे पार्लर के महंगे ट्रीटमेंट
सफेद बालों को नेचुरली काला करने के लिए बहुत असरदार है ये DIY नुस्खे
पीरियड के फ्लोर और कलर से समझ आती है फर्टिलिटी की सेहत, जानिए पीरियड हेल्थ से जुड़ी जानकारी
इस डिटॉक्स ड्रिंक को पीने से खिल उठेगा चेहरा, अंदर से महसूस होगी ताज़गी
नवीनतम
इस महिला दिवस खुद की तलाश में प्लान करें एक शानदार सोलो ट्रिप, ये जगहें रहेंगी शानदार
1 महीने तक नमक न खाने से क्या होता है शरीर पर असर, सच्चाई जानकर रह जाएंगे दंग
रमजान में खाए जाने वाले खजूर हैं सेहत का खजाना, जानिए फायदे
केक लवर्स सावधान! केक से हो सकता है कैंसर, रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
ऐप में देखें
x