×
SEARCH
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
ज्योतिष 2025
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
पर्यटन
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
शेड्यूल
धर्म संग्रह
श्रीरामचरितमानस
विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र
झारखंड
मध्यप्रदेश
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
समाचार
ज्योतिष 2025
बॉलीवुड
धर्म-संसार
लाइफ स्टाइल
ज्योतिष
क्रिकेट
धर्म संग्रह
श्रीरामचरितमानस
विधानसभा चुनाव
मध्यप्रदेश
काम की बात
श्रीराम शलाका
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
Hindi Poem : तुमसे मिलने के वो क्षण
डॉ. शिवा श्रीवास्तव
कितने वर्षों बाद
मुझे तुमसे मिलने
वहां आना, अच्छा लगा था।
वहां लकड़ी की
सिर्फ दो ही कुर्सियां
और बीच में कांच लगा टेबिल
जो हमारी तरह पूरा पारदर्शी था।
दो -दो करके उस टेबिल पर
चाय के प्यालों के कई निशान
जो हर बार बात शुरू करने के
और मेरे उठ कर फिर से बैठ जाने के थे।
कांच की खिड़कियों से आता सफेद उजाला
उतनी लंबाई के बड़े
कोने में सरके हुए पर्दे
दीवार पर टंगे तैलीय चित्र।
और वो बाहर फूले सेमल
आकाश की तरफ मुंह उठाए
जैसे मुझे तुम्हारे संग
देखने से कतराते हों।
हमारी बेहिसाब बे रोक टोक बातें
बिना ब्रेक की रेलगाड़ी सी
पटरियों पर दौड़ती हुई
आकर समय से टकराने को थी।
सामने सरकती घड़ी की सुईयां
मुझे परेशान करने लगी
अब तो जाना ही होगा
"चलूं मैं"_ कहकर मेरा उठना।
दोबारा मिलने की अनिश्चितता लिए
बेमन से विदा ले , मैं
तुमसे मिलने के वो क्षण
बिसरा नहीं पाती।
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
सम्बंधित जानकारी
A Short story about mother : बातें अनमोल
मदर्स डे पर कविता: मैं लौटूंगी जल्द ही
साहित्य : कथाकार शशिभूषण द्विवेदी का असमय निधन
Mothers Day Poem : ईश्वर की अनुपम कृपा है मां
Happy Mothers Day : मदर्स डे पर पढ़ें छोटी-छोटी नज़्में
जरुर पढ़ें
सर्दियों में बहुत गुणकारी है इन हरे पत्तों की चटनी, सेहत को मिलेंगे बेजोड़ फायदे
2024 में ऑनलाइन डेटिंग का जलवा : जानें कौन से ऐप्स और ट्रेंड्स रहे हिट
ये थे साल 2024 के फेमस डेटिंग टर्म्स : जानिए किस तरह बदली रिश्तों की परिभाषा
सर्दियों में इन 4 अंगों पर लगाएं घी, सेहत को मिलेंगे गजब के फायदे
सर्दियों में पानी में उबालकर पिएं ये एक चीज, सेहत के लिए है वरदान
नवीनतम
कभी हैसियत का पैमाना होता था पानदान
राजनीतिक कटुता बढ़ाने से बचे विपक्ष
कहानी, उपन्यास लिखना और पढ़ना धीरज की बात है!
Christmas 2024 : रेड, शिमरी या वेलवेट? जानें क्रिसमस पार्टी के लिए बेस्ट आउटफिट आइडियाज
साहित्य अकादमी पुरस्कार की घोषणा, हिंदी कवयित्री गगन गिल को मिलेगा सम्मान
ऐप में देखें
x