अनुच्छेद 370 पर कविता : बधाई! 370 बार!!
लो! अब कश्मीर में भी नए दौर की गूंजेगी शहनाई।
बधाई मोदीजी को, शाह को, सौ-सौ बार बधाई।।1।।
कश्मीर घाटी में विकास का सूर्योदय होने वाला है।
क्योंकि 370 को मोदी ने दे दिया देश निकाला है।।
अब तक जिसे निहित स्वार्थियों ने बड़े प्यार से पाला है।
उसको अब संकल्पवान सरकार ने कूड़ेदान में डाला है।।
आशाओं के दीप जले हैं, नई दिवाली आई है।
मोदी-शाह की दूरदृष्टि को सौ-सौ बार बधाई है।।2।।
जन्नत-सी धरती से एक अन्यायी कानून यों बेदखल हुआ।
नई संभावनाएं लिए आगोश में कश्मीरी युवाओं का कल हुआ।।
अब घाटी को मिलेगा वह सब, जो देशभर में प्रचलित है।
शिक्षा, स्वास्थ्य व उन्नत जीवन जिससे वह अब तक वंचित है।।
एक अबोध, शोषित प्रदेश में नई आशाएं जगाई हैं।
मोदी-शाह की समर्थ जोड़ी को सौ-सौ बार बधाई है।।3।।
अलगाववाद के पोषक सब अब स्थान पाएंगे जेलों में।
आतंकियों के छुपे सहयोगी भी हारेंगे अपने खेलों में।।
भारत का मुकुटमणि कश्मीर पाएगा नई जीवनधारा।
धारा 370 के कारण जो अब तक रहा सर्वहारा।।
मोदी-शाह की युति ने इसरो-सी रॉकेटी सफलता पाई है।
बधाई उन्हें जन-जन के मन से, अभिनंदनीय बधाई है।।4।।