आषाढ़ के दो महीने यानी पूरे 58 दिनों का यह माह होगा। जून माह में सिर्फ 1 से 4, 6 और 10 से 12 कुल 8 दिन ही विवाह के मुहूर्त है। 12 जून के बाद शुभ विवाह के योग नहीं हैं। फिर मलमास लगने के कारण शादी एवं सभी तरह के शुभ कार्य वर्जित रहेंगे। गुरु भी सिंह राशि में चले जाएंगे। इस दौरान सूर्य का आर्द्रा नक्षत्र में 22 जून को प्रवेश होगा। यह समय वर्षाकाल माना जाता है।
इस दौरान देवी-देवताओं के 4 माह तक विश्राम में जाने की अवधि तक शास्त्रों के मुताबिक सभी मांगलिक कार्य वर्जित रहते हैं, लिहाजा 4 मास के लिए विवाह कार्यक्रम में विराम लग जाएगा और इन 4 महीनों में शहनाई की गूंज सुनाई नहीं देगी।