lakshmi prapti ke achuk upay: यदि आप चाहते हैं कि मेरे पास बहुत सारा धन हो, माता लक्ष्मी की कृपा मुझ पर बनी रहे और जीवन में कभी भी धन की कमी न हो तो आजमाएं 10 अचूक उपाय जो कंगाल को भी धनवान बना देते हैं। शर्त यह है कि आपको अपने कर्म शुद्ध रखना होंगे और सावधानियों का पालन करना होगा। कहते हैं कि व्यक्ति रातोंरात धनवान बन सकता है तो कंगाल भी हो सकता है।
लक्ष्मी प्राप्ति के 5 अचूक उपाय:-
1. लक्ष्मी पूजा : माता लक्ष्मी का वार है शुक्रवार। इस दिन व्रत रखकर विधिवत रूप से उनकी पूजा करना चाहिए। श्री लक्ष्मीजी को गुलाब या कमल पुष्प चढ़ाएं।
2. पाठ : नित्य नहीं कर सकते हैं तो बुधवार या शुक्रवार को श्रीसूक्त का पाठ करना चाहिए। यह नहीं तो स्नान ध्यान से निवृत्त होकर लक्ष्मी सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए। कनकधारा स्त्रोत का पाठ करना चाहिए।
3. मंत्र : लक्ष्मीजी के किसी भी मंत्र का जप बुधवार या शुक्रवार से शुरू करें तथा नित्य कमल गट्टे की एक माला (108 बार) जाप करें।
4. श्री यंत्र : माता लक्ष्मी का श्री यंत्र बनवाकर लाएं और नित्य उसकी पूजा करें। पूर्जजन्म के कर्म के अनुसार केमद्रुम योग, काक योग, दरिद्र योग, शटक योग, ऋण योग, दुर्योग, ऋणग्रस्त योग आदि अशुभ योग कुंडली में निर्मित हो जाते हैं। यंत्रराज श्रीयंत्र की पूजा से जातक ऐश्वर्य प्राप्त करता है।
5. साधना : मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए कई तरह की तंत्र, मंत्र और यंत्र साधनाएं भी की जाती है लेकिन यह किसी योग्य पंडित से पूछकर करें। वैदिक अथवा तंत्रोक्त ऐसे अनेक मंत्र है जिसमें साधना करने से तुरंत फल मिलता है लेकिन अत्यंत सावधानी रखने की जरूरत है। तंत्र में हरिद्रा तंत्र साधना, नैवेद्य तंत्र साधना, अश्व जिव्हा तंत्र साधान, अडार तंत्र साधना आदि कई साधनाएं हैं। इसके अलावा सात्विक साधना भी है।
लक्ष्मी प्राप्ति के 5 सावधानियां:-
1. घर में कहीं पर भी गंदगी न होने दें। स्वच्छता का ध्यान रखें। कपड़े स्वच्छ व धुले हुए हों। इत्र-सेंट का प्रयोग अवश्य करें। घर में कूड़ा-करकट, अटाला इत्यादि जमा न होने दें। समय-समय पर सफाई करें।
2. आग्ने, दक्षिण नैऋत्य और पश्चिम में कोई गड्ढा, बोरिंग, हौज, टॉयलेट, वाटरटैक इत्यादि न हो तथा जहां भी वास्तुदोष हो, वहां एक स्वस्तिक बना दें। हमेशा बाथरूम में नल इत्यादि से पानी न टपके, ध्यान रखें।
3. संध्या के पश्चात झाड़ू-बुहारी न करें। यदि करें तो कचरा घर के बाहर न फेंकें। झाडू संभालकर रखें तथा खड़ी न रखें। ऐसी रखें कि किसी की नजर उस पर न पड़े। झाड़ू को कभी उलांघें नहीं, न ही पैर की ठोकर लगे।
4. पत्नी, बेटी, मौसी, बुआ, मां, बहन आदि घर की सभी महिलाओं का मान सम्मान करें और उन्हें किसी भी प्रकार से दुखी न रखें।
5. गाय-कुत्ता, भिखारी को यथासंभव खाना इत्यादि दें। न दे सकें तो भी उन्हें दुत्कारें नहीं। अपने वरिष्ठ व्यक्तियों का सम्मान करें। घर-परिवार में सबसे प्रेम-व्यवहार करें।