होली के आठ दिन पहले से शुभ कार्य जैसे शादी विवाह, गृह प्रवेश, यज्ञ-हवन, सगाई, मुंडन-संस्कार और भी अन्य शुभ कार्य निषेध माने गए हैं...। होलाष्टक कुछ ही क्षेत्रों में मान्य है। कहां पर होलाष्टक मान्य है और कहां पर नहीं जानिए-
होलाष्टक किस क्षेत्र में मान्य है, प्रमाण देखिए-
विपाशा (व्यास), इरावती (रावी), शुतुद्री (सतलज) नदियों के निकटवर्ती दोनों ओर स्थित नगर, ग्राम, क्षेत्र में तथा त्रिपुष्कर (पुष्कर) क्षेत्र में होलाष्टक दोष फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा (होलिका दहन) तिथि के आठ दिन पूर्व में विवाह, यज्ञोपवीत आदि शुभ कार्य वर्जित हैं।