तारीख 21- 22 मार्च रविवार से होलाष्टक प्रारंभ होगा। इसी दिन अधिकतर जगहों पर होली का डंडा गाड़ा जाता है। इसी दिन ओशो रजनीश का संबोधि दिवस भी है। फाल्गुन शुक्ल अष्टमी से फाल्गुन पूर्णिमा तक होलाष्टक माना जाता है, जिसमें शुभ कार्य वर्जित रहते हैं। पूर्णिमा के दिन होलिका-दहन किया जाता है।